आज स्वातन्त्र्य वीर सावरकर की ४४ वीं पुण्य तिथि है। वीर सावरकर के नाम और काम से हम नौजवानों की पीढ़ी में शायद ही कोई वाक़िफ़ हो। जो उन्हे जानते भी होंगे वह उनके प्रखर हिंदुत्ववादी विचारों के लिए. किंतु वीर सावरकर न सिर्फ़ एक क्रांतिकारी थे बल्कि एक भाषाविद , बुद्धिवादी , कवि , लेखक और ओजस्वी वक़्ता थे . वह सावरकर ही थे जिन्होने सबसे पहले विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार कर उनकी होली जलाई. वीर सावरकर के नाम पर गाँधी हत्याकांड और तथाकथित मर्सी पेटिशन्स के चलते सेक्युलरिस्ट्स ने काफ़ी कीचड़ उछाला और गाँधी हत्याकांड में आरोपों को चलते उन्हें जेल में रहना पड़ा , किंतु इतनी मुश्क़िलों के बाद भी वे नही झुके और उनका देशप्रेम का जज़्बा बरकरार रहा और अदालत को उन्हें तमाम आरोपों से मुक्त कर बरी करना पड़ा.
आइए आप और हम उनकी ४४ वी पुण्यतिथि पर उन्हें याद कर श्रद्धांजलि अर्पित करें।
शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2010
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स्वातंत्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर को कोटि - कोटि नमन ।
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