आज कल आई पी एल के मसले पर बड़ा बवाल मचा हुआ है , कम्यूनिस्ट्स और भाजपा इस मुद्दे पर सरकार के बखिए उधेड़ रहे हैं , उधर सरकार भी रक्षात्मक हो गयी है , शशि थरूर से इस्तीफ़ा लेने के बाद अब ललित मोदी को बलि का बकरा बनाया जा रहा है और जहाँ तक लगता है मोदी भी बी सी सी आई का कच्चा चिट्ठा खोलने पर उतारू हैं . खैर आई पी एल की कलई खुली है तो बात बहुत दूर तक जाएगी , यह बात चौंकाती है यदि थरूर और मोदी में अनबन नही हुई होती तो शायद ही यह घोटाला उजागर होता.
बहरहाल इस पूरे मामले की जड़ और शशि थरूर की कथित महिला मित्र सुनंदा पुष्कर जी [एक अख़बार के मुताबिक ] अपने फेसबुक अकाउंट पर कहती हैं कि क्रिकेट का अर्थ है सट्टेबाज़ी और लड़कियाँ .
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सुनंदा जी यह नही बताएँगी कि जब तक आप कोच्चि की टीम से जुड़ीं रहीं आप क्या कर रहीं थी? क्या लड़कियाँ सप्लाई की या फिर सट्टेबाज़ी में पैसा लगाया ? जब गुमनामी तरीके से वह आईपीएल से जुड़ी ही पैसा कमाने के लिए थी तो अब व्यर्थ के प्रलाप का क्या लाभ? यह साक्षात्कार इनको आईपीएल का भंडा फूटने पर ही क्यों हुआ? यह अपने आप में बड़ा सवाल है.
ऐसा कोई अकेला मामला नही है जो सामने आया है , पता चला है की आईपीएल के काले कारनामों में बड़े बड़े नेताओं की बेटियाँ और करीबी रिश्तेदार शामिल हैं.
एन. सी पी. सुप्रीमो और मौजूदा कृषि मंत्री शरद पवार की सुपुत्री और महाराष्ट्र से सांसद श्रीमती सुप्रिया सुले ने यह माना है कि उनके पति श्री सदानंद सुले के पास एम एस एम [ मल्टी स्क्रीन मीडिया] के शेयर हैं जो उनको उनके बीमार पिता बी आर सुले ने 'क़ानूनी' तौर पर ट्रान्स्फर किए हैं और पूरी प्रक्रिया वैध है.
जबकि यही सुप्रिया जी कुछ समय तक अपना और अपने परिवार का आईपीएल से संबंध नकारती रहीं.
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एनसीपी के ही अन्य नेता और नागरिक उड्डयन मंत्री श्री प्रफुल्ल पटेल जी की बेटी पूर्णा पटेल के कहने पर एयर इंडिया ने आखरी पलों में एक फ्लाइट का शेड्यूल बदल कर उसे चार्टर्ड बना दिया.
अब इस मामले पर यू पी ए की फ़ज़ीहत हो रही है.
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उधर एक अदालत ने आईपीएल टीम किंग्स इलेवेन पंजाब के सह मालिकों नेस वाडिया और अभिनेत्री प्रीति ज़िंटा को नोटिस जारी किया है जिसमे आदेश दिया गया है की वह बॅलेन्स शीट और वार्षिक रिटर्न्स जमा करें.
आईपीएल के ही एक अन्य टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक और कांग्रेस के पसंदीदा शाहरुख ख़ान के खिलाफ भी नया मामला उजागर हुआ है , बताया जाता है कि आयकर विभाग को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ कुछ लेन देन में अनियमिताओं महत्वपूर्ण सुबूत हाथ लगे हैं और इसी कारण उन्होने रेड चिलीज़ के कार्यालयों में छापे मारे हैं.
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विपक्ष के नेता शरद यादव आईपीएल को चोरों का अड्डा बता रहे हैं वहीं भाजपा नेता सुषमा स्वराज इस मामले पर जेपीसी से जाँच कराने की माँग कर रहीं हैं . सी पी आई के गुरुदास दासगुप्ता जहाँ इसको "आज़ाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला" बता रहे हैं वहीं सी पी एम के बासुदेव आचार्य आईपीएल को 'जुएबाज़ी का अड्डा" बता रहे हैं. इस मामले से जान छुड़ाते हुए सरकार के वरिष्ठ कॅबिनेट मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि वे जेपीसी का गठन कर उस से जाँच करवाएँगे .
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उधर शरद पवार घोटाले का ठीकरा ललित मोदी पर फोड़ते हुए पल्ला झाड़ते हुए उल्टे मीडिया को खरी खोटी सुनाते हैं
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हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी थरूर के इस्तीफ़े की पेशकश करने पर भावुक हो गये थे , बस आँसू टपकने की देर थी .
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ज़रा सोचिए सरकार के तीन तीन कॅबिनेट मिनिस्टर्स का इस घोटाले में नाम उछलना क्या इंगित करता है? और यह सरकार भी इनको बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. बोर्ड के उपाध्यक्ष और कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने एक बयान में कहा कि किसी को भी बीसीसीआई की छवि से खेलने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दो टूक शब्दों में कहा कि क्रिकेट और बोर्ड की छवि को बचाने के लिए जो भी जरूरी कदम हैं वे उठाए जाएंगे। उधर, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फेमा के तहत आईपीएल के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
यह पूरा गड़बड़ झाला है यह देश की जनता और लाखों क्रिकेट प्रेमियों के साथ बेहूदा मज़ाक है
विश्व प्रसिद्ध रेकॉर्ड धारी खिलाड़ियों को बेचने खरीदने का फ़ैसला अब यह चिन्धि चोर नेता कर रहे हैं यह पूरे देश के लिए और क्रिकेट प्रेमियों के लिए काफ़ी लज्जा जनक बात है.
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